कुर्सी बचाने के लिए कर रहे संघर्ष
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो लगातार मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड के इस्तीफे से उबरने से पहले ही ट्रूडो को एक और बड़ा झटका लगा. न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता जगमीत सिंह ने ट्रूडो के इस्तीफे की मांग की है. इसके अलावा, 23 सांसदों ने भी प्रधानमंत्री के इस्तीफे को लेकर पत्र लिखा है.
जगमीत सिंह ने वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड के इस्तीफे के बाद जस्टिन ट्रूडो को पद छोड़ने की सलाह दी. हालांकि, उन्होंने चुनाव की मांग नहीं की और न ही अल्पमत सरकार से समर्थन वापस लेने की बात कही. सिंह का कहना है कि मौजूदा हालात में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को पद पर बने नहीं रहना चाहिए.
कनाडा की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जस्टिन ट्रूडो इस्तीफे पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. सीटीवी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ट्रूडो ने कैबिनेट को यह जानकारी दी है कि वह इस्तीफा देने की योजना बना रहे हैं और संसद को संबोधित कर सकते हैं.
जगमीत सिंह ने इस्तीफे की मांग के साथ जस्टिन ट्रूडो की नीतियों और फैसलों पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि कनाडा में लोग किराने का सामान खरीदने में मुश्किलें झेल रहे हैं. युवा पीढ़ी के लिए किफायती आवास की समस्या गंभीर बनी हुई है और ट्रंप के टैरिफ का खतरा कनाडा में हजारों नौकरियों को खतरे में डाल रहा है. सिंह ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री देश के अहम मुद्दों को छोड़कर पार्टी के आंतरिक संघर्षों में उलझे हुए हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ट्रूडो अब प्रधानमंत्री पद पर बने रहने के योग्य नहीं हैं.
भारत के खिलाफ बयानबाजी करने वाले जस्टिन ट्रूडो अब खुद की कुर्सी बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रूडो ने संभावित इस्तीफे के विकल्पों पर विचार करना शुरू कर दिया है. इस बीच, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि उनकी सरकार आने पर कनाडा पर टैक्स बढ़ाए जाएंगे. ट्रंप की इस घोषणा से कनाडा की अर्थव्यवस्था और ट्रूडो की स्थिति दोनों पर नकारात्मक असर पड़ा है.