पंजाब के किसानों द्वारा अपनी मांगों को लेकर केंद्र के खिलाफ मरण व्रत का एलान करते हुए खनोरी बॉर्डर और शंभू बॉर्डर पर पिछले तीन दिनों से डरना लगाया गया है। मरण व्रत से पहले किस नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को पुलिस ने डीएमसी अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए रखा हुआ है। इस दौरान किसानों द्वारा डीएमसी अस्पताल में डल्लेवाल से किसी को भी न मिलने को लेकर रोष पाया जा रहा है। वहीं इस मामले को लेकर आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की बैठक खनौरी बॉर्डर पर बैठक रखी गई थी जो कि संपन्न हो गई है।
किसानों ने 2 दिसंबर को संगरूर में सीएम भगवंत मान के खिलाफ प्रदर्शन करने का फैसला किया है। उनका आरोप है कि उनकी लड़ाई दस महीने से केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ चल रही थी। लेकिन पंजाब सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेताओं ने कहा कि वरिष्ठ किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को हिरासत में लेने से यह साफ हो गया है कि केंद्र सरकार की तरह पंजाब सरकार भी आंदोलन को दबाने में लगी हुई है।
किसानों ने कहा कि सीएम भगवंत मान पहले कहते थे कि मैं किसानों का वकील हूं। मैं किसानों की तरफ से बोलता हूं। इसके साथ ही उन्होंने किसानों के मुद्दों को हल करवाने के लिए चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों को बुलाया था। अब सीएम को बताना चाहिए कि उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर अब तक केंद्र से क्या चर्चा की है।