अमृतसर में दो पुलिस अधिकारियों की बहस की वीडियो खूब वायरल हो रही है जिसमें स्पेशल वैपन एंड टेक्टिस (SWAT) अधिकारी और एक डीएसपी का गनमैन बहस कर रहे हैं। डीएसपी का गनमैन खुद को सही बता रहा था, जबकि स्वॉट आफिसर्स उसे बदतमीज बता रहे थे। सोशल मीडिया के यूजर्स भी इस बहस को लेकर दो हिस्सों में बंट गए हैं। वहीं, कहीं ना कहीं इससे पुलिस की छवि खराब हो रही है। इस मामले में कांस्टेबल शुभकर्मन सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन वीडियो वायरल करने वाले अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
बीते दिन दो पुलिस मुलाजिमों की ओर से बहस की एक वीडियो जमकर वायरल हो रही है, जिसमें चेकिंग के दौरान जब एक काली थार गाड़ी को रोका गया तो अंदर बैठे युवक ने बहस करनी शुरू कर दी। युवक की गाड़ी पर काली जालियां लगी थीं जो कि लीगल नहीं है। स्पेशल वैपन एंड टेक्टिस की टीम की ओर से कहा गया कि काली फिल्में लगाना मना है, आप गाड़ी साइड में लेकर जाएं। जिसके बाद युवक ने बहस करनी शुरु कर दी। उसने कहा कि वह डीएसपी गुरिंदर पाल सिंह नागरा का गनमैन है। उसकी गाड़ी में सरकारी असलाह पड़ा है और वह काली फिल्में हटाकर उसे गुम नहीं कर सकते।
उसके बाद नशे को लेकर बहस करनी शुरू कर दी। उसने कहा कि वह भी मुलाजिम हैं और आप भी मुलाजिम हो। फिर उसने कहा कि आज स्वॉट टीम ने कितना नशा पकड़ा है। पुलिस मुलाजिम ने कहा कि वह क्विंटलों के हिसाब से नशा पकड़ चुके हैं और उनके नाकों से ही नशा निकलकर जाता है।
फिर स्वॉट टीम की मेंबर की ओर से बनाई जा रही वीडियो पर भी उसने एतराज जताया और उससे भी बदतमीजी की। स्वॉट टीम के मुलाजिमों ने कहा कि वह भी अपनी ड्यूटी कर रहा है और काली फिल्मे तो उतारनी ही पड़ेंगी। फिर मुलाजिम ने कहा कि वह डीएसपी से बात करवा देता है जिसके बाद चेकिंग टीम के मेंबर से डीएसपी से बात करनी शुरू की।