पंजाब और हिमाचल के लोगों के बीच विवाद के अलग-अलग सीसीटीवी फुटेज कई दिनों से वायरल हो रहे हैं। पंजाब के लोगों का आरोप है कि हिमाचल में स्थानीय लोग उन्हें परेशान कर रहे हैं। ताजा वायरल वीडियो हिमाचल के नूरपुर इलाके का है, जहां एक होटल के बाहर खड़ी पंजाब नंबर की गाड़ियों को निशाना बनाया गया। गाडि़यों के शीशे तोड़ दिये गए। हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि पंजाबियों को हिमाचल में निशाना बनाया जा रहा है।
दरअसल, बॉलीवुड एक्ट्रेस और भाजपा सांसद कंगना रनौत को थप्पड़ मारने के बाद से हिमाचल में हो रही घटनाओं को इससे जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। पिछले दिनों कंगना को चंड़ीगढ़ एयरपोर्ट पर तैनात महिला सुरक्षाकर्मी ने थप्पड़ मारा था। कंगना हिमाचल के मंडी से सांसद चुनी गई हैं। हिमाचल पुलिस ने हालांकि, पंजाब के लोगों को निशाना बनाने की बात से इनकार करते हुए सोमवार को एक बयान जारी किया। बयान में कहा गया कि पंजाबियों को निशाना नहीं बनाया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि एनआरआई से मारपीट के मामले का कंगना रनौत पर हुए हमले से कोई लेना-देना नहीं है।
बता दें कि हिमाचल के चंबा में पिछले दिनों एक पंजाबी एनआरआई को निशाना बनाया गया। पंजाब पुलिस ने रविवार को पंजाब मूल के एनआरआई पर कथित हमले के संबंध में जीरो एफआईआर दर्ज की है। अमृतसर के एक अस्पताल में इलाज करा रहे कवलजीत सिंह ने दावा किया कि 11 जून के हमले के दौरान उन्हें इसलिए निशाना बनाया गया कि वह एक पंजाबी थे। पीड़ित ने आरोप लगाया कि चंबा जिले के डलहौजी शहर में पार्किंग को लेकर लोगों के एक समूह ने उसकी पिटाई कर दी थी। पिछले 25 साल से स्पेन में रह रहे कवलजीत अपनी स्पेनिश पत्नी के साथ हाल ही में पंजाब लौटे थे और कुछ दिन पहले डलहौजी के खज्जर गए थे। हिमाचल प्रदेश सरकार के एक बयान में सोमवार को कहा गया कि सुक्खू ने घटना की निंदा की और विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया।