आप पार्टी को छोड़कर भाजपा में गए वेस्ट हलके के पूर्व विधायक शीतल अंगुराल ने सरकार पर नशा सरेआम बिकने के आरोप लगाए थे। वहीं शीतल अंगुराल के बयानों के बाद ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल होनी शुरू हो गई। उक्त वायरल तस्वीर में शीतल अंगुराल यूके के ड्रग तस्कर मनी के साथ नजर आ रहे है। सूत्रों के अनुसार पुलिस अधिकारी इंटरनेशनल ड्रग्स रैकेड केस में नामजद करने की तैयारी में है। सूत्रों से बता चला है कि जालंधर सिटी पुलिस द्वारा पंजाब सरकार को एक रिपोर्ट लिखकर भेजी गई है। जिसमें पुलिस ने दावा किया है कि जालंधर से कुरियर कंपनी के जरिए अफीम की सप्लाई मामले में शीतल और उसके करीबियों का हाथ है। पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सारे केस में अंगुराल द्वारा उन पर दबाव भी बनाया जा रहा था।
हालांकि इसे लेकर जालंधर के पुलिस कमिश्रन स्वप्न शर्मा ने कहा है कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि इस साल मार्च महीने में जालंधर पुलिस द्वारा अंतरराष्ट्रीय ड्रग गिरोह का भंडाफोड़ किया गया था, जिसका सरगना मनीष उर्फ मनी ठाकुर है। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि पुलिस अधिकारी ने इस मामले को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी। कहा जा रहा है कि इस मामले में डीजीपी प्रेस वार्ता करके खुलासा कर सकते है। वहीं दूसरी ओर इस मामले को लेकर कोई पुलिस अधिकारी खुलकर कुछ बोलने को तैयार नही है। ऐसे में शीतल अंगुराल विवादों में फंसते हुए दिखाई दे रहे है।
बता दें कि एक अंग्रेजी समाचार पत्र के अनुसार उक्त तस्वीर को लेकर जब अंगुराल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वह मनी को जानते है, 2022 के विधानसभा चुनावों में मनी ने प्रचार में मेरी मदद की थी, लेकिन अब वह पिछले 10 महीनों से विदेश में है, लेकिन मुझे नहीं पता कि अब वो विदेश में क्या कर रहा है, इसकी जिम्मेवारी मेरी नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि ठाकुर ने मेरी ही नहीं मदद की लेकिन उसने आप और अकाली मंत्रियों की मदद की थी। शीतल का कहना है कि वह जल्द मीडिया के सामने तस्वीरें पेश करेंगे। तब देखेंगे कि पुलिस उस मंत्री पर क्या एक्शन लेगी।
सूत्रों का कहना है कि शीतल ने जालंधर के पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा पर अपने दोस्त मनी के खिलाफ आरोप वापस लेने के लिए दबाव बनाने की कोशिश की थी। हालांकि जब शीर्ष अधिकारी ने उनकी बात सुनने से इंकार कर दिया तो अंगुराल ने मामले में हस्तक्षेप करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से संपर्क किया था। लेकिन मुख्यमंत्री ने अंगुराल को फटकार लगाते हुए नशा तस्करों और उनसे सहानुभूति रखने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेस नीचि की जानकारी दी थी। कहा जा रहा है कि इसी कारण वह पार्टी से नाराज होकर भाजपा में शामिल हुए है।