शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि अकाली दल संयुक्त एक बार फिर से एक हो सकते हैं। शिरोमणि अकाली दल के सूत्रों का कहना है कि सोमवार को भी सुखबीर सिंह बादल और परमिंद्र ढींडसा के बीच इस मिलाप को लेकर बैठक हुई और अब 5 मार्च को ढींडसा निवास पर इस मिलाप को लेकर ऐलान किया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो भावी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और अकाली दल संयुक्त के परमिंद्र ढींडसा के बीच गत कई दिनों से गुप्त बैठकें चल रही थी। शिरोमणि अकाली दल में संयुक्त अकाली दल के विलय की संभावना जताई जा रही है। नाराज ढींडसा परिवार को मनाने के लिए सुखबीर बादल कई दिनों से प्रयासरत थे।
अकाली दल भाजपा गठबंधन की वजह से बादल और ढींडसा परिवार में नाराजगी चल रही थी। पिछले दिनों श्री अकाल तख्त साहिब के समागम के दौरान सुखबीर बादल ने अपने पुराने साथियों को साथ जोड़ने के लिए माफी मांगी थी। बादल ने पुराने साथियों को घर वापसी का न्यौता भी दिया था। जिसके बाद ढींडसा परिवार और बादल परिवार फिर से एक होंगे। कहा जाता है कि नेता परमिंद्र ढींडसा ने संयुक्त होने से पहले एक सर्वे भी करवाया कि अगर दोनों संगठन एक होते हैं तो लोकसभा चुनाव 2024 में इस मिलाप का क्या असर होगा। शिरोमणि अकाली दल और अकाली दल संयुक्त के एक होने के बाद दोनों संगठन और इसके वर्कर एक साथ मिलकर चुनावों में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।