(PKL): बंदी सिंहों की रिहाई और बेअदबी मामलों के दोषियों को सजा दिलवाने के लिए कौमी इंसाफ मोर्चा को वामपंथी किसान संघों का समर्थन मिल गया है। भारतीय किसान यूनियन की उगराहां के बाद अब बीकेयू क्रांतिकारी ने भी मोर्चे को समर्थन देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा भी मैदान में उतर गया है।
बीकेयू क्रांतिकारी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि 20 तारीख को संयुक्त किसान मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल कौमी इंसाफ मोर्चा को समर्थन देने चंडीगढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हमारा उनको समर्थन है। उन्होंने कहा कि यह सब भाजपा सरकार कर रही है। डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि कौमी मोर्चे के लोगों की बात सुनी जाओ और उन्हें न्याय मिले। उन्होंने कहा कि बंदी सिंहों को रिहा किया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह दिल्ली में किसान आंदोलन लंबे समय तक चला, उसी तरह कौमी इंसाफ मोर्चा का आंदोलन भी लंबे समय तक चल सकता है। इस मोर्चे को लोगों का समर्थन मिल रहा है। लंबे संघर्ष के बाद सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि 20 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल होकर वहां जाएंगे।