(PKL): थाना डिवीजन नंबर 2 की पुलिस द्वारा एक फर्जी इंटरपोल अधिकारी की गिरफ्तारी का मामला सामने आया है। जानकारी देते हुए एसीपी रमनदीप सिंह भुल्लर ने बताया कि थाना डिवीजन 2 की एसएचओ मैडम अर्शप्रीत कौर के नेतृत्व में पुलिस ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान रणधीर सिंह पुत्र भाण सिंह निवासी अब्दुल्लापुर बस्सी के रूप में हुई है, पुलिस ने कथित आरोपी के कब्जे से फर्जी पहचान पत्र के अलावा अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए हैं।
एसीपी रमनदीप सिंह भुल्लर ने बताया कि नाकाबंदी दौरान आरोपी की कार को चैकिंग के लिए रोका था। आरोपी से जब कागजात मांगे तो वह पुलिस कर्मचारियों पर रौब डालने लगा। आरोपी खुद को इंटरपोल का अफसर बताने लगा और पुलिस अधिकारियों से कहना लगा कि गाड़ी पर लगे स्टीकर क्या नजर नहीं आते। आरोपी से जब उसका आईकार्ड पुलिस ने मांगा तो उसने पर्स के आकार में बना आई कार्ड दिखा दिया। पुलिस को आरोपी पर संदेह हुआ। आरोपी की आईकार्ड की जब जांच की तो उसमें इंटरपोल अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं थे। आरोपी को जब थाना लेजाकर पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया। आरोपी की पहचान रणधीर सिंह निवासी अबदुल्लापुर बस्ती के रूप में हुई है। आरोपी से पुलिस को किगर गाड़ी और इंटरपोल एजेंसी का नकली आई कार्ड, विदेश और भारतीय करंसी बरामद हुई।
एसीपी रमजीत सिंह भुल्लर और एसएचओ अर्षप्रीत कौर ने बताया कि आरोपी की कार जब रोकी तो वह गुस्से में बात करने लगा। उसने खुद को इंटरपोल का अफसर बताया लेकिन जांच के बाद खुलासा हो गया। कोर्ट से रिमांड मिल गया है,आरोपी से पूछताछ चल रही है कि अभी इन नकली आईकार्ड का उसने कहां-कहां इस्तेमाल किया और उसके क्या मंसूबे रहे है। आरोपी रणधीर सिंह का एक घर जगतपुर फिल्लोर में है। आरोपी रोजाना लुधियाना अपडाऊन करता था। इस कारण कार से उसे टोल प्लाजा पर करीब 150 से 200 रुपये देने पड़ते थे। आरोपी टोल प्लाजा का टेक्स भी स्टीकर लगी कार और जाली आईकार्ड से बचा लेता था। वहीं आरोपी ने माना की पुलिस की नाकाबंदियों से भी वह खुद का बचाव कर लेता था। पुलिस कर्मचारी उसकी गाड़ी पर लगे स्टीकर और आईकार्ड देखकर सल्यूट तक मार देते थे। आरोपी रणधीर सिंह लुधियाना में अलग-अलग जगहों पर सैमीनार करता है। आरोपी शहर में युवाओं को माटीवेट करने के लिए लगातार सैमीनार आदि लगाता है। आरोपी खुद को मोटीवेशन स्पीकर बताता है लेकिन आज थाना डिवीजन नंबर 2 की पुलिस ने उसे दबोच लिया।